Nojoto: Largest Storytelling Platform

दोहा।। ज्ञान बिना क्या तर्क है, होता क्या संतोष।।

दोहा।।

ज्ञान बिना क्या तर्क है, होता क्या संतोष।।
निर्बल कब है शोभता, बीच समर में रोष।।

©रजनीश "स्वच्छंद" #काव्ययात्रा_रजनीश
दोहा।।

ज्ञान बिना क्या तर्क है, होता क्या संतोष।।
निर्बल कब है शोभता, बीच समर में रोष।।

©रजनीश "स्वच्छंद" #काव्ययात्रा_रजनीश