शाम ढली आया न पैगाम उसका, मेरी उम्मीद भी आगे बढ़ती चली, सोचकर होंगे कहीं मशगुल अपनी दुनियां में, मेरी उम्मीद भी आगे बढ़ती चली।। #शाम #दुनियां #मशगुल #उम्मीद #हिंदी #Evening #duniya #hope #hindi #Yqbaba #yqdidi #yqpaaji #yq #writer #writing #yourquotes #yqpowrimo