राहो में चले तो काँटे हजार मिलेंगे, नदियाँ भी मिलेगी, पत्थर पहाड़ मिलेंगे. न थकना, न रूकना, चलना और चलते ही रहना, आज भले काँटे हो, शायद कल तो बहार मिलेंगे. न थकना, न रुकना, चलना और चलते ही रहना....