तेरे शहर की हवा में हीं जब बेवफ़ाई कि रस्क थीं. तो हम ने तुझसे वफ़ा की उम्मीद ही क्यों लगाई थी... नादान थे जो तुझ पर दिल की बाज़ी लगाई थी #अभय #नादान_थे_जो