दिसंबर का महीना " अभी जाने भी दो मुझे,मैं लौटकर फिर आऊंगा , कुछ हाल-ए-दिलों की ताजा गजलें सुनाऊँगा । कुछ यादें ले जा रहा हूँ आपकी अपने संग-संग.. ख़ुदा के पास एक दीप तेरे नाम का भी जलाऊंगा ।।" क्योंकि दिल लगाकर आज़माकर या रुलाकर छोड़ना । हमने सीखा ही नही अपना बनाकर छोड़ना ।। " कवि राहुल पाल " #फिर_मिलेंगे " अभी जाने भी दो मुझे,मैं लौटकर फिर आऊंगा , कुछ हाल-ए-दिलों की ताजा गजलें सुनाऊँगा । कुछ यादें ले जा रहा हूँ आपकी अपने संग-संग.. ख़ुदा के पास एक दीप तेरे नाम का भी जलाऊंगा ।।" क्योंकि