उड़ना भी जरूरी है, ख़्वाब और हकीकत में अंतर समझ में आता है। कुछ कदम चल कर रुकना भी जरूरी है, अपने पराये का साथ समझ आता है, मुश्किलें तो बहुत हैं राहों में, कुछ कदम बढ़ाने की शुरुआत से, हर मुश्किल आसान सा लगता है। जीत जाएँगे हम अगर खुद पे विस्वास हो, वरना चार कदम नही एक कदम भी चलना सैकड़ो योजन सा लगता है। ©Anukaran #footprints