"ईश्वर का सबसे पसंदीदा सगीत रुदन है"... खैर जाने दो ईश्वर अंधा है, अंधाधुंध पाप है, ईश्वर ने कहा मृत्यु में पुण्य है, मगर ईश्वर ने कभी पुण्य कमाया ही नहीं.... "ईश्वर का सबसे पसंदीदा सगीत रुदन है"... इस बार की दिवाली दिये जलाकर नहीं बल्कि शमशान के गलियारों में उठती चिताओं की आवाज..... खैर जाने दो ईश्वर अंधा है, अंधाधुंध पाप है,