लिखें हैं दो लब्स दिल कि कलम से दिल मे पत्थरो पर कुरेद कुरेद कर हमने कोई मिटाये तो मिटाये कैसे वहा तेरे मेरे शिवा कोई नहीं ©संजय parihar #Drown