मैं ख़ामोशी तेरे मन की, तू अनकहा अलफ़ाज़ मेरा, मैं एक उलझा लम्हा, तू रूठा हुआ हालात मेरा। ❤️❤️❤️ COMPLETED TWO MONTH ON YOUR QUOTE मेरे , लिखे गए अल्फाजों को इतनी सिद्दत से न पढ़िए ...! लफ़्ज़ संभलने का मौका न देंगे , सीधे दिल में उतर जायेंगे ...!! #शायरी_अपनी_कलम_से