गुड़िया तूने गलती कर दी शमशान में जाने। ना-ना-ना ये तो बहाने हैं बात दबाना जाने।। पूजारी था फिर भी मिली पास उसके शराब, हां-हां धर्म का ठेकेदार था , हां धार्मिक नवाब, पूजा का भोग देवता को चढाया होगा, जाग गया उसका देवत्व फिर पोर्न देखा होगा, तुझे तो प्यास थी ठंडे पानी की, नहीं जानती होगी उसकी हैवानी की, उसने बहलाया थोड़े है, धमकाया है, अरे!शव मूंह ओंधे जलता पाया है, गुड़िया,बची क्या है निशानी तेरी। -सिर्फ दो पांव, नहीं है देह तेरी। इन पांवो के साथ कभी मत आना इस देश में!! -क्योंकि गुड़िया पैदा होना अभिषप्त है इस देश में!! ©Deep Bodhi गुड़िया