अच्छा होता,...... अच्छा होता ग़र तुम मिले थे तो मिल जाते, ज़िन्दगी के कुछ और लम्हे मिलकर साथ चल लेते, अच्छा होता ग़र चलते चलते एक सफ़र तय कर लेते, सफर इतना ही थ, तय तो हो जाता; अच्छा होता ग़र...... अच्छा होता ग़र तुम यादों से चले जाते, हम ख़ाली हाथ लौटकर घर को चले जाते, ऐसा होता तो घर मे हम... रहते, कोना न तलासते; अच्छा होता ग़र .... ©Anoop Mohan #walkalone #कोने #की #तलाश