आरक्षण क्या वेतन से आरक्षण निर्धारित नहीं हो सकती, क्यों धर्म इंसानियत से बढ़ के है रहती, क्यों विद्यार्थियों को भी आरक्षण है रोकती, कम अंक वाले अधिक वालो को है रोकते, नौकरी में भी तो हमें यह लोग है टोकते, यह कैसा न्याय है क्या हमारा हक नहीं है, क्यों त्याग करे हर बार क्या कायरता सही है, उठो जागो अब तो आवाज़ उठाना होगा, आरक्षण का विरोध करके देश बचाना होगा, क्या समानता का नहीं हमें अधिकार है, या सिर्फ आरक्षण ही आपका संविधान है। Aarakhshan #nojoto #nojotohindi #aarakshan #hindikavita