आग लगी है घर में, सब कुछ जल न जाये कही। कितना है असर मेरे दुआओं में अब यह देखना है। पर्वत आन खड़ा यूँ मेरे और मंज़िल के बीच है कितना ज़ोर अपनी भुजाओ में अब यह देखना है #YourQuoteAndMine Collaborating with Santosh Kumari