चलो एक कविता ऐसी लिखते है जो अखबारों में आ जाए , जिस से हमारे शहर का भी नाम थोड़ा बहुत हमारी वजह से भी हो जाए । नाम हुआ तो , पेठा और बेड़े की पार्टी हमारी तरफ से । नहीं भी हुआ तो कोशिश तो फिर भी जारी रहेगी , खुद से लिखने की पारी आखरी सांस तक चलेगी । अब इतनी बार कोशिश की है , थोड़ी और चलेगी । यह मेरी कहानी है फिर न रुकेगी , रेल से मेट्रो तक का सफर यह तय करेगी । ©short sweet एक कविता। #आगरा #tajmahal #हिंदी_कविता #anuarya #नोजोटो #cactus