वो लिखती है दिल की, फिर जाने क्यों मिटा देती है, वो कहती है सताती हूँ ख़ुद, पर फिर मुझे भी रुला देती है! वो आएगी पढ़ने इसे, यकीन है मुझे फिर खामोश रहकर ख़ुद को सताएगी उसकी यह दीवानगी, यह दिल्लगी मुझे हर बार हर मर्तबा तड़पायेगी! #kumaarsthought #kumaaronlove #kumaaronzindagi #एहसासऔरतुम