White घनघोर अंधेरा छाया हो कोई आस ना हो कोई पास ना हो दिल घबराए मन भरमाए ओर छोर कुछ समझ ना आए कुछ देर रुको और सब्र करो कोई कदम न लो कोई वहम न लो कुछ देर वही बस रुके रहो अंधेरे में चलो नहीं अंधेरों को छटने दो आंखों को कुछ दिखने दो कुछ समय के बीते दिन होगा जब दिखे राह फिर राह चलो !! ©मिहिर #रात के बीते दिन होगा