अंतिम यात्रा था मैं नींद में और मुझे सजाया जा रहा था, बड़े प्यार से मुझे नहलाया जा रहा था! ना जाने था वो कौन सा अजब खेल मेरे घर में, बच्चों की तरह मुझे कांधे पर उठाया जा रहा था ! था पास मेरे हर सपना उस वक्त,फिर भी मैं हर किसी के मन से भुलाया जा रहा था ! जो कभी देखते भी न थे मोहब्बत की नजरो से,उनके दिल से भी प्यार मुझ पर लुटाया जा रहा था! मालूम नही क्यों हैरान था हर कोई मुझे सोते देख कर , जोर जोर से रो कर मुझे जगाया जा रहा था ! कांप उठी मेरी रूह वो मंजर देख कर जहां मुझे हमेशा के लिए सुलाया जा रहा था ! प्यार ही प्यार था जिन दिलों में मेरे लिए आज मै उन हाथो से ही जलाया जा रहा था ! लाश को शमशान मै देख कर अपने ही पूछते है। ”और कितना वक्त लगेगा” ©butterfly sweety #अंतिम_यात्रा #लाइफ #Fire