मंद-मंद मदिर मुस्कान मन मेरा मधुर महकाये। आंगन अंगना अलबेली अकेली अधीर अकुलाये । निशा नीरव नृत्य नव नयना नाच नचाये। चांद चकोर चपल चांदनी चित्त चैन चुराये। #अनुप्रासअलंकार