My Heart पूरा दिन बीत गया ,अब तो आओ न, कब तक करवाओगे इंतज़ार, इतना भी तरसाओ न । तेरी राह देखते-देखते, हम यूँ भटक गए, तुम आये भी नहीं,वादा करके, और हम यूँ अटक गए। हम रहेंगे तो बस तेरे, न किसी और के हो सकेंगे, कोई कितना ही यादों में बसा ले हमें, पर हम तुझे कभी न भूल सकेंगे। आओ,बस अब आ भी जाओ, ना इतना भी इतराओ, इंतज़ार है इस "गुलशन" को तेरा, आओ भी,और बहार बन जाओ। ©Advocate Gautam पूरा दिन बीत गया