Jai shree ram मनहरण घनाक्षरी :- राम जी अवध आये , सब जन गीत गाये , तुम भी खुश होकर , थोडा झूम जाइये । काहे ये उतर गया , चेहरा ये जनाब का , राम जी हम सबके , चलो ये बताइये । सभी राम सिया संग , देखो गये आज रंग , तुम भी राम धुन की , सेल्सी खिचवाइये । राम राम जयकारा , विश्व है लगाता सारा , आप क्यों हैं मौन खड़े , शोर ही मचाइये ।। २५/०१/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR #JaiShreeRam मनहरण घनाक्षरी :- राम जी अवध आये , सब जन गीत गाये , तुम भी खुश होकर , थोडा झूम जाइये ।