White स्त्री होकर जन्म लेना और फिर स्त्री होकर जीना कितना मुश्किल है कभी कोई नहीं पूछता आपकी चाहत आपकी मर्ज़ी, आपका शौख आपकी इक्छा ,आपकी पसंद ,नापसंद कोई नहीं रखता आपके मन का ख्याल अपनी पसंद की चीज़ों के लिए लड़ना पड़ता है कभी समाज से, कभी परिवार से कभी खुद से स्त्री होकर जीना कितना मुश्किल होता है आज भी हमारा तो कोई अपना घर नहीं होता जब बेटी बनी तो शादी के बाद पराई कर दी गयी आप बन जाती है बेटी के बाद किसी की पत्नी , बहु और न जाने क्या क्या आप जब स्त्री के उस समय में आती है जब आप बन जाती हैं माँ फिर भूल जाना पड़ता है अपना सब कुछ स्त्री होकर जन्म लेना और फिर स्त्री हो कर जीना कितना मुश्किल है कोई नहीं पूछता कभी आपकी पसंद - नापसंद आपकी मर्ज़ी ..by Bina singh ©bina singh #Women #women_equality_day #womanhood