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कोई मंजिल जो थी रास्तो से भटकी। हर बार हट पीछे, ज

कोई मंजिल जो थी 
रास्तो से भटकी।
हर बार हट पीछे,
जो अपने आप मे थी बिखरी।
शायद आज चलि है,
खुद को आजमाणे।
जहां थी खोई,
वही पर खुद को पाने।
कोई मंजिल जो थी ,
रास्तो से भटकी। #NojotoQuote
कोई मंजिल जो थी 
रास्तो से भटकी।
हर बार हट पीछे,
जो अपने आप मे थी बिखरी।
शायद आज चलि है,
खुद को आजमाणे।
जहां थी खोई,
वही पर खुद को पाने।
कोई मंजिल जो थी ,
रास्तो से भटकी। #NojotoQuote