रातों को जब भी तेरी याद आती है न जाने मुझे कितना तड़पाती है जब भी सोता हूं मैं रातों में तो सपने में भी मुझसे मिलने आती है हां तेरी याद मुझे तड़पाती है सुबह उठते ही आंख मेरी भर जाती है फिर सूरज उगता है और याद तेरी बढ़ जाती है दिन ढलते - ढलते फिर एक दिन गुजर जाता है फिर वही रातों में तेरी याद आती है हां तेरी याद मुझे तड़पाती है #silentmkmotivation #youtuber #lifecoach #motivationspeaker #Poem