मंज़िल के पास भी तोह कोई होना चाहिए उल्फत के आफत में भी तोह कोई होना चाहिए वाह वाह होती है जमाने में जिस खूबसूरती की उसमे भी कोई बदसूरत होना चाहिए ढलते सूरज को देखकर दीदा-ए-तर आए ऐसा कोई जेहेन में याद तोह होना चाहिए इश्क़ के नक्स से थके रूह को सोई के लिए दिल में इतवार तोह होना चाहिए सफा पर किसीकी तहरीर होने के लिए जज्बातों में नक्श तोह होना चाहिए हयात के मौसीक़ी में झुमने के लिए किसी दरख़्शाँ का सूूर होना चाहिए अपना इश्क़ छुटते छुटते मुक्कमल होता देख ' आगम ' तुझे आरिफ़ होना चाहिए । ~आगम #sunrays #poem #Love #ishq #Shayari #ghazal #hindi_shayari #urdushayari #hindi_poetry #mohbabat