सुहाना मौसम और याद तुम्हारी, कुछ खास गुजरी शाम हमारी। तेरे साथ बिताया वो बारिश का लम्हा, वो चाय का प्याला वो तेरा हसना।। बारिश में भींगे घास पर चलना, वो तेरा पानी में उछलना। सुहाना मौसम और याद तुम्हारी, कुछ खास गुजरी शाम हमारी।। अब ना होता है ये मौसम का आना, तेरे साथ चलना ना तुझसे लड़ना। अब ना होता तेरा बारिश में भीगना, ना जुल्फ़ों से भीगाना।। अब ना गुजरी शाम मेरी, अब ना होता मौसम सुहाना। #suhana_mausam