कोई सुन नहीं पाता, कोई सुनना नहीं चाहता, कहने वालों की भीड़ में, उतावले खयालातों की भरमार ज्यादा हैं। प्रश्न पूछ लेने से जिम्मेदारी पूरी नहीं होती, उत्तर संतुष्टिप्रद न हो तो संवाद आधा है, इन्हीं रिक्तियों में जगह बनाने की, गलतफहमियों में मार ज्यादा है। कलम आबाद कर सकती है,मगर अभिव्यक्ति आज बर्बाद ज्यादा है, पढ़ने वालों का पता नहीं, लिखने वालों की तादाद ज्यादा है। कलम आबाद कर सकती है,मगर अभिव्यक्ति आज बर्बाद ज्यादा है, पढ़ने वालों का पता नहीं, लिखने वालों की तादाद ज्यादा है। #yqdidi #yqmuse #yqbaba #napowrimo