तुमने मुझे रो कर रोक तो लिया पर यकीन मानो अब वैसा इश्क नहीं रहा तुझसे बात किए बिना नींद नही आती थी तू बात करे या न करे अब वैसा इश्क नहीं रहा तेरे एक बुलाने पर मैं दौड़ी दौड़ी आती थी तू अब लाख बुलाए और मैं आऊं अब वैसा इश्क नहीं रहा वो रात रात भर बातें करना और करते करते ही सो जाना तू अब न बोले तो मैं बोलूं अब वैसा इश्क नहीं रहा वो तेरे मैसेज का एक पल में रिप्लाई देना तू मैसेज करे और मै झट देखूं अब वैसा इश्क नहीं रहा वो हाथ में तेरा हाथ पकड़ यूंही कुछ दूर निकल जाना तू अब हाथ बढ़ाए और मैं पकड़ू अब वैसा इश्क नहीं रहा तेरे बिना बताए ही तेरी हर बात समझ जाना तू अब समझाए और मै समझूं अब वैसा इश्क नहीं रहा तेरी हर एक गलती पे एक सॉरी से ही मान जाना तू अब लाख सॉरी बोले और मैं मान जाऊं अब वैसा इश्क नहीं रहा अब वैसा इश्क नहीं रहा .... ©पूर्वार्थ #इश्क #नहीरहा #पहलेजैसा