अपने आँगन में फूल ना उगे तो दुसरे के बागीचे में लगा देना, महबूब साथ न दे तोे उसका हाथ किसी और को थमा देना। हिफाज़त तब भी करना तुम उस फूल की, पर धीरे धीरे उस से अपनी चाहत मिटा देना। हाल खबर उस फूल की रखना तुम सदा, और नादां समझ के भूल तुम उसकी भुला देना। बागिचे का मालिक जब उसे रोज़ तोड़ता रहे, तब उस फूल को उसकी गलती का एहसास दिला देना। जब तुम्हारी ख़ुशी देख वो फूल भी मुर्झा जाये, तब सिर्फ उसे अपनी मोहब्बत याद दिला देना। होगा तुम्हारे पास उस से भी खूबसूरत फूल एक दिन, साथ उसके मिलकर सारा जहान महका देना। जो फूल तुम्हे छोड़ गया उसके लिए क्यों रोना, आने वाले गुल के लिए जी-जान लगा देना। #फूल #आँगन #महबूब #मोहब्बत #yqdidi #yqbhaijan #ifyoulikeitthenletmeknow