कहीं ना कहीं तुम थे मुझमे भी जब से बिछड़े, मुझमे मै भी नहीं हूँ, तुम भी उदास ही तो रहते हो इसका मतलब तुममें मै आज भी कहीं हूँ Hindi shayri santosh bhatt sonu