Nojoto: Largest Storytelling Platform

White शीर्षक- कहो इसकी वजह क्या है ---------------

White शीर्षक- कहो इसकी वजह क्या है
----------------------------------------------------------
कहो इसकी वजह क्या है, हमें नहीं प्यार अब तुमसे।
प्यार क्यों था पहले तुमसे, क्यों है नफरत अब तुमसे।।
कहो इसकी वजह क्या है-----------------।।

अगर तुम सोचते हो यह, हमको है प्यार दौलत से।
हम नहीं है प्यार के भूखें, नहीं मतलब तेरे दर्द से।।
क्यों कैसे तुमसे हम बदले, क्यों मतलब नहीं अब तुमसे।
कहो इसकी वजह क्या है------------------।।
---------------------------------------------------------
(शेर)- जहाँ तक हमको याद है, हमने हरखुशी दी है तुमको।
इतना तो हम खुद को भी नहीं चाहते, जितना चाहते हैं तुमको।।
----------------------------------------------------------
कबूल यह हम भी करते हैं, खताएं हमसे हुई है।
तुम्हारी बदतमीजी पर, सजायें तुमको हमने दी हैं।।
मनाया है तुम्हें फिर भी, बेदर्दी निकले तुम दिल से।
कहो इसकी वजह क्या है--------------------।।
--------------------------------------------------------------
(शेर)- तुम ही वह मूरत हो, जिसको चाहा था इतना हमने।
हम भूल गए हम कौन है, तुम्हें बना लिया था खुदा हमने।।
--------------------------------------------------------------
जितनी तकरार करते थे, दिल से थी उतनी ही मोहब्बत।
तुम में ही खोये रहते थे, आँखों में थे तुम ही हरवक्त।।
हुए क्यों दूर अब तुमसे, हुए क्यों ख़फा अब तुमसे।
कहो इसकी वजह क्या है-----------------।।



शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा ऊर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

©Gurudeen Verma #Poetry  शायरी लव स्टोरी लव शायरी लव स्टोरी
White शीर्षक- कहो इसकी वजह क्या है
----------------------------------------------------------
कहो इसकी वजह क्या है, हमें नहीं प्यार अब तुमसे।
प्यार क्यों था पहले तुमसे, क्यों है नफरत अब तुमसे।।
कहो इसकी वजह क्या है-----------------।।

अगर तुम सोचते हो यह, हमको है प्यार दौलत से।
हम नहीं है प्यार के भूखें, नहीं मतलब तेरे दर्द से।।
क्यों कैसे तुमसे हम बदले, क्यों मतलब नहीं अब तुमसे।
कहो इसकी वजह क्या है------------------।।
---------------------------------------------------------
(शेर)- जहाँ तक हमको याद है, हमने हरखुशी दी है तुमको।
इतना तो हम खुद को भी नहीं चाहते, जितना चाहते हैं तुमको।।
----------------------------------------------------------
कबूल यह हम भी करते हैं, खताएं हमसे हुई है।
तुम्हारी बदतमीजी पर, सजायें तुमको हमने दी हैं।।
मनाया है तुम्हें फिर भी, बेदर्दी निकले तुम दिल से।
कहो इसकी वजह क्या है--------------------।।
--------------------------------------------------------------
(शेर)- तुम ही वह मूरत हो, जिसको चाहा था इतना हमने।
हम भूल गए हम कौन है, तुम्हें बना लिया था खुदा हमने।।
--------------------------------------------------------------
जितनी तकरार करते थे, दिल से थी उतनी ही मोहब्बत।
तुम में ही खोये रहते थे, आँखों में थे तुम ही हरवक्त।।
हुए क्यों दूर अब तुमसे, हुए क्यों ख़फा अब तुमसे।
कहो इसकी वजह क्या है-----------------।।



शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा ऊर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

©Gurudeen Verma #Poetry  शायरी लव स्टोरी लव शायरी लव स्टोरी