अजी... किताब सी मैं हाँ जी खुली किताब हुआ करती थी, इक अपने ने जाने अनजाने, मुझे जताया की ये कलयुग है । जान यहाँ लोगों को किताब के पन्नों को पढ़ कर नहीं, बल्कि उसे फाड़ कर सुकून मिलता हैं #किताब_सी_मैं ©Naina Nagpal #किताब_सी_मैं #विचार #शायरी #Books