घूसखोरी में हैं बड़े ही मस्त,कमीशन मिल रहा जबरदस्त, लाखों करोड़ों की काली कमाई,नोटों की बिस्तर पर ग़ज़ब तुरपाई, मगर,ईश्वर सब देख रहा है? इधर नसीब नही एक भी रोटी, उधर दावतें,शराब और बोटी-बोटी! बेगुनाह के हिस्से में फिर से जेल, अलमस्त सांड का खुल्लम खेल! मगर,ईश्वर सब देख रहा है? हुनरवान के हिस्से से गई नौकरी,निकम्मो की फिर लगी है लॉटरी, किसी ध्रुव को हक़ का ताज ना मिला,गरीब मरा रास्ते में,ईलाज ना मिला, मगर,ईश्वर सब देख रहा है? व्यंग्य में बोला एक बेईमान, आप परेशान ना हों श्रीमान! ईश्वर देख रहा है न्याय होगा,कुछ ना कुछ तो उपाय होगा, आप जिंदगी गुजारो ईमानदारी में,फिर थककर मर जाओगे इस खुद्दारी में, ईश्वर कहाँ है, क्या देख रहा है ©mani naman where is god? भगवान कहाँ है? #God