समुन्दर की गहराई तुझमें ,पर्वत की ऊँचाई , आसमान सेे विशाल ह्रदय, फूलों सा है कोमल ,धरती की सहनशीलता और नदियों की चंचलता तुझमें ,बर्फ सी है शीतल तू और अग्नि का है तुझमें तेज समाया ,मस्त पवन सी तू मतवाली और झंझावात भी ,जीवन की किलकारियां तुझसे और समय मौत का सन्नाटा भी ,त्याग ,ममता की देवी तू ,तू ही दुर्गा तू ही काली हर रूप में है तू निराली क्योंकि तू स्त्री है ...हाँ तू एक स्त्री है ।।। We are proud of our self because we are *strong women's* in this world .💐💖💖💐💐 @sha ©Asha #शक्ति #स्वरूपा #स्त्री #navratri2021