यूं झुकी नजरों को दिल में बसाने का पता होता सच कह रहा हूँ यारों ज़रा मुझसे भी कोई ख़ता होता मेरे हर आरजू में यहां तेरे मुस्कुराने का अदा होता। ज़रा पता होता कहीं राहों से उठकर ये नज़राना राज़ के दीवाने का क्या होता ज़रा पता होता... ©Sonu Ryaan Sonu Ryaan #notojowriter #notojowriter