एक अर्थ में बंध जाये हम दया भाव मे ढल जाये हम ऐसा कोई मसीहा आये आपस मे मिल जाये हम ना दिलो में कोई पाप रहे दिल सबके यहाँ साफ रहे ईद की भी खुशिया मनाये और होली पर भी साथ रहे खेल के होली प्यार की प्यार के रंग में रंग जाये हम मन्दिर में भी जाये हम मस्जिद में भी जाये हम और पढ़े अजान भी और भजन भी गाये हम ऐसा कोई करिश्मा हो हर धर्म के बन जाये हम राम को भी याद करे मोहम्मद की भी बात करे गीता और कुरान पढ़कर आओ भोजन साथ करे राह पकड़ के अवतारों की सच्चे साथी बन जाये हम एस के राज खान ©Sk Raaz Khan एक अर्थ में बंध जाये हम #India2021