"अश्क" ये ज़िन्दगी इतनी सस्ती हो जायेगी बिना पतवार के कश्ती हो जायेगी अपनी साँसे भी जब अपना साथ नहीं देंगी सोचा न था दुनिया मुर्दों की बस्ती हो जायेगी ©Aijaz Ahmad Ashk #महामारी_और_मौत_का_तांडव #nojotohindi