नारी तू महान है ************* नारी तू महान है प्रकृति की वरदान है जीवन की पहचान है इस बात का भान है कष्ट बहुत सहती है मुंह से कुछ न कहती है मिलता नहीं सम्मान है पुरुष की तरह ही इंसान है कभी कभी बहुत तकलीफ होती है तेरी दुर्दशा देखी नहीं जाती है जब तू कोख में मारी जाती है समाज का विकृत रूप नजर आती है तेरे आंख से आँसू बहती है दुनिया फब्तियां कसती है सबको हर रिश्ता चाहिए फिर क्यों बेटी नहीं चाहिए बेटी -बेटा एक समान मत छीनों उनकी बचपन अच्छी परवरिश का रखना ध्यान है समाज में बढ़ेगा संस्कार की खान है - सूर्यदीप कुशवाहा नारी तू महान है