अजीब कशमकश में जी रहा हूँ मैं, साथ पाऊँगा तो भी जी ना पाऊँगा, साथ छोड़ा अगर तो मर ही जाऊँगा, इस कमबख़्त दिल को, दिल की ही बिमारी होनी थी। (क़मर अब्बास) #paininheart