आसमान धुंधला सा है.. हर कोई सवाल उठा रहा है! सूरज है कहां खोया.. नजर क्यों नहीं आ रहा है! उड़ते हुए परिंदे खामोश हैं... मौसम लगता है बेहोश है! जुबान भी लड़खड़ाती हुई है, दांतो की कटकटाहट है! शीत लहरों की सरसराहट मे, बस अंगीठी में ही कुछ राहत है! ©deepti😊 #coldmornings