सदियों पहले एक रोज़ अखंड भारत का ख़्वाब देखा था, हिंदकुश से सागर तक धरा को भारत बनते देखा था, सदियां बदली कितनी ही पर आज भी वो स्वप्न जीवित रहा, एक संगठन के निर्माण का यह संकल्प और आधार बना, कोशिश हुई इसे तोड़ने की कई दफा तो नापाक इरादे भी मुकम्मल हुए, पर आज भी अखंड भारत की लौ को यह चाहकर भी भुजा न सके, कश्मीर को सरताज बनाकर भारत का गौरव लौटाया है, चरणों को धोते महासागर ने भी भारत का गुण गाया है, सोन चिरैया पहचान जो भारत की कभी खोई थी किसी अंधेरे में, फिर लौट रही वो अद्भूत तरीकों से विश्व कुटुंब के कोने से, राग अलाप कर सेक्युलर का जो खंजर सीने में खोंपते है, नए भारत में आज उस देश द्रोह के सीने में तिरंगा हम शान से लहराते है, तोड़ देते हर दीवार हम जब बात मातृ ए वतन की आती है, क्यूंकि बात सिर्फ धरा के टुकड़े की नहीं बात हमारी भारत मां की है sunshine #अखंड #अखंड_भारत #संकल्प #AazaadMann #India #Dream #jaihind #Nojotoindia