#दिसंबर#december
अकेले कहीं निकलते नहीं साले मुझे भी साथ ले चलते है।
सोचते है कहीं फस जाए तो सिर्फ खुद नहीं,
मुझे भी अपने साथ फसाने को बेताब रहते है।
कोई लड़की जरा पसंद क्या आए जाए मुझे,
वो कमबख्त उसे भाभी भाभी केहते है।
किसी और का पता नहीं लेकिन मुझे ही क्यों ऐसे कमीने यार मिलते हैं।
कंधे पर रख के हाथ वो पिद्दी बड़े आराम से चलते है।