कॉल को उठाते ही पूरी कायापलट हो गई जा रहे थे हंसी-खुशी माहौल में हम पर माहौल गमगीन हो गया जैसे ही हमें पता चला कि हमारे पड़ोस में रहने वाले आलोक मिश्रा चाचा जी की अचानक मृत्यु हो गई और कारण क्या था कुछ पता नहीं चला बस हम सबको यही बताया गया कि रात को भोजन करके वह अपने कमरे में सोने गए और जैसे ही सुबह बच्चों ने उनको आवाज दी तो कोई आवाज कमरे से नहीं आई तो फिर सब ने जाकर कमरे को खोला तो उन्हें जमीन पर लेटा हुआ पाया. इससे पहले कि कुछ सोचा जाता जल्दी बाजी में उन्हें सब हॉस्पिटल लेकर भागे पर जैसे ही हम वहां पहुंचे डॉक्टर ने बताया कि उनकी मृत्यु तो कुछ घंटों पहले ही हो चुकी है किसी को कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि हुआ क्या कल रात उस कमरे में ना कोई रात को आवाज आई ना ही कोई गिरने की आवाज आई फिर चाचा जी बिस्तर से नीचे कैसे आए और ना ही शरीर पर कोई चोट के निशान थे कि किसी ने उन्हें मारा हो ऐसा भी प्रतीत नहीं हो रहा था. परंतु हुआ क्या ? यह आज तक पता नहीं चल पाया सब इसी भ्रम में रह गए कि शायद उन्हें हार्ट अटैक आया और वह चल बसे .पर आज भी इस बात पर संदेह व्यक्त किया जाता है कि उस रात आखिर उस कमरे में चाचा जी और उनके साथ क्या हुआ जो वह अगली सुबह नहीं देख पाए .आज भी यह प्रश्न पूरे परिवार के मन में उठता है पर उसका कोई जवाब नहीं मिल पाया ?. ©kanchan Yadav #koi jawab nahi