ज़न्नत तू दरिया बन बहता जा, मैं उमड़ के बादल हो जाऊं, तू इबादत बन मोती सा बरसे, और मैं जन्नत सी सजती जाऊं। #nojotohindi #WOD #जन्नत #ज़न्नत