नर हो तो नर बनके ही रहो नरभक्षी का क्यों करते काम मानव का जनम् लेकर भी करते मानवता क्यों बदनाम। नर हो तो तुम रक्षार्थ बनो न करो नर को अपमानित तुम नारी का मान सदा रख कर नर नाम को सार्थक कर लो तुम। प्रेमसरिता मे गोते लगाते हो जब प्रेम को प्रेम से ही निहारा करो मैला करते हो क्यों सुन्दर सा मन प्रेमसरिताको कलुषित किया न करो। ✍ लक्ष्मीनरेश ✍ मानवता को न भूलें नारी सम्मान अक्षुण्ण रखें। #InspireThroughWriting