नज़रों से प्यार की, शिक़ायत न कीजिए
होठों को अपनी ज़रा, जहमत तो दीजिए।
कान तरस रहे हैं, सुनने को मीठे बोल
लफ़्ज़ों से प्यार की, बरसात कीजिए।
जुल्फों से चिलमन का,न काम लिजिए
रूख से हटाकर, थोड़ा नज़ारा दिखाइए।
होठों को रगड़ने की इजाज़त वो मांगती
हमने कहा पहले मुझे बोसा तो दीजिए। #शायरी
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 मां_शारदा_के_चरणों_में_भाव_कलश_नमन_वंदन🌹
प्यार का एक छींटा, सनम मारकर
चल दिए क्यूं अकेला, मुझे छोड़कर
अब सताने लगी ? मेरी नादानियां
दिल की धड़कन, बढ़ाती खामोशियां
सागर के लहरों की, अठखेलियां #कविता
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Naresh Chandra
#navratri
🌹माता रानी से एक अरदास 🌹
नववर्ष का नया सवेरा
खुशियां फैली घर आंगन
अपनी संस्कृति से जुड़ा
देवी गीत गुंजा घर आंगन।
चैत्र महीना देवियों वाला #कविता