देख तुझे उसके पास, थोडी कमी मुझे मेहसूस होती है । बदनसीब नही हु मै, पर तुझे उसके पास देख, उसके नसीब से भी, मोहब्बत होती है। शायद गलत हु मै, या हु सही। पर तू उसके पास होकर भी, किसी और चीज कि उम्मीद है उसे। बस वहि एक कमी उसमे, दिखाई देती है। देख तुझे उसके पास, थोडी कमी मुझे मेहसूस होती है ।