रहस्य मनुष्य का मस्तिष्क ही ब्रह्मांड है और जीवन में जो भी अच्छा बुरा घटित होता है जिसका दोष मनुष्य भगवान को देते है वो सब मनुष्य के खुद के विचारो का परिणाम है जो मनुष्य का खुद का ही लिखा हुआ है मनुष्य के विचार ब्रह्मांड को संदेश देते है और आकर्षण का नियम सक्रिय होता है जिससे ब्रह्मांड हमारे विचार से मिलती जुलती बहुत सारी चीजे हमारे जीवन में प्रस्तुत करता है..!! ©Rajendra Jakhad #rahsya