माटी का एक नाग बनाके पूजे लोग लुगाया जिंदा नाग जब घर में निकले ले लाठी ठपकाया जिंदा बाप कोई ना पूजे मरे बाद पुजवाया मुट्ठी भर चावल लेकर कव्वे को बाप बनाया यह दुनिया कितनी बावरी है जो पत्थर पूजे जाए घर की चखिया कोई न पूजे जिसका पीसा खाए ©Jk #कबीर के दोहे