क्या हाल है? कुछ गम खाते हैं। कुछ कम खाते हैं। ज्यादातर ठोकरें खाते हैं। खाते रहते है उनके ताने, अब तो हम आह,आँसू दर्द जख्म भी खाते हैं। कहते हैं सब ज्यादा खाने से आती है नींद ज्यादा। पर हम तो दिन रात जागते हैं। पारुल शर्मा कुछ #गम खाते हैं। कुछ कम खाते हैं। ज्यादातर ठोकरें खाते हैं। खाते रहते है उनके #ताने, अब तो हम #आह,#आँशू #दर्द #जख्म भी खाते हैं। कहते हैं सब ज्यादा खाने से आती है #नींद ज्यादा।