Nojoto: Largest Storytelling Platform

सब कुछ होकर भी, कुछ तन्हा-सा हूँ मैं आज पता नहीं क

सब कुछ होकर भी, कुछ तन्हा-सा हूँ मैं आज
पता नहीं क्यूँ,  बस कुछ रूठा-सा हूँ मैं आज 
यूँ तो सब पास है मेरे,  फिर भी कुछ अधूरा-सा हूँ मैं आज 
मन में हजारों खयालात उमङ रहे हैं, बस इन्हीं ख्यालों से कुछ सहमा-सा हूँ मैं आज 
ना जाने इस हंसते खेलते चेहरे पर कौन-सी मुस्कराहट आखिरी होगी 
ना जाने इन नशीली आँखो में कौन-सा  जाम आखिरी होगा 
ना जाने दिल की इस सूखी जमीं पर कौन-सी बूंद आखिरी होगी 
ना जाने इस विछौरे की कौन-सी शाम आखिरी होगी 
बस अब और ना सताओ मुझे, बहुत रुलाया गया हूँ मैं आज ।
.
.
.
♠️H.D.♠️ बहुत रुलाया गया हूँ मैं आज
सब कुछ होकर भी, कुछ तन्हा-सा हूँ मैं आज
पता नहीं क्यूँ,  बस कुछ रूठा-सा हूँ मैं आज 
यूँ तो सब पास है मेरे,  फिर भी कुछ अधूरा-सा हूँ मैं आज 
मन में हजारों खयालात उमङ रहे हैं, बस इन्हीं ख्यालों से कुछ सहमा-सा हूँ मैं आज 
ना जाने इस हंसते खेलते चेहरे पर कौन-सी मुस्कराहट आखिरी होगी 
ना जाने इन नशीली आँखो में कौन-सा  जाम आखिरी होगा 
ना जाने दिल की इस सूखी जमीं पर कौन-सी बूंद आखिरी होगी 
ना जाने इस विछौरे की कौन-सी शाम आखिरी होगी 
बस अब और ना सताओ मुझे, बहुत रुलाया गया हूँ मैं आज ।
.
.
.
♠️H.D.♠️ बहुत रुलाया गया हूँ मैं आज

बहुत रुलाया गया हूँ मैं आज